पिज्जा केक

रातभर हुए झगड़े के बाद सुबह सुबह ही विकास घर से ऑफिस निकल गया और मीना भी बड़बड़ाते हुए किचिन में लग गयी।

बच्चे सब देख रहे थे लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वजह क्या थी जो इतना झगड़ा हो गया। बस शाम को पापा के लौटने के समय फोन करके केक ही तो लाने को बोला था उन्होंने, माँ ने रोका भी था लेकिन बच्चों की जिद के आगे उसने फोन करने दिया। तब तो पापा कुछ नहीं बोले थे फोन पर, फिर घर आकर क्यों गुस्सा हुए।
बच्चों ने हिम्मत करके माँ से बात करने की कोशिश की तो उन्हें बदले में फटकार मिली, वह उदास हो गए लेकिन पापा से बात करके का मन बना लिया। शाम को विकास आते ही कमरे में चला गया, वहां बच्चे पहले से ही उपस्थित थे।
दोनों बच्चों ने कान पकड़कर माफी मांगते हुए कहा- "पापा आप माँ पर मत चिल्लाओ, हम आगे से कुछ नहीं कहेगें लाने को।" विकास स्तब्ध रह गया और समझ गया कि बच्चों के दिमाग पर बहुत गहरा असर हुआ है। उसने दोनों बच्चों को गले लगाते हुए कहा कि मैं तुम दोनों के फोन करने से गुस्सा नहीं था, बल्कि तुम्हारी मम्मी ने केक के साथ पिज्जा लाने को बोला था, मैं लेकर आ रहा था और रास्ते में एक कार अचानक सामने आयी और दोनों चीजें गिर गयीं। इसलिए मुझे बहुत बुरा लगा और गुस्सा तुम्हारी माँ पर निकला।
मीना दरवाजे पर खड़ी सब सुन रही थी, अब उसे केक-पिज्जा से ज्यादा विकास की चिंता हो रही थी कि कहीं कोई चोट तो नहीं आयी, बेकार में ही इतना झगड़ा कर लिया। विकास ने जल्दी बच्चों को तैयार होकर आने को कहा कि चलो चलते हैं पिज्जा केक खाने को। बच्चों ने खुश होकर पूंछा कि पापा कोई नया केक आया है क्या पिज्जा केक, हमें भी खाना है।विकास-मीना मुस्कुराते हुए बोले कि नहीं, मतलब था कि पिज्जा और केक खाने चलते हैं।










    जयति जैन "नूतन" 
           भोपाल

1         यदि     आप स्वैच्छिक दुनिया में अपना लेख प्रकाशित करवाना चाहते है तो कृपया आवश्यक रूप से निम्नवत सहयोग करे :

a.    सर्वप्रथम हमारे यूट्यूब चैनल Swaikshik Duniya को subscribe करके आप Screen Short  भेज दीजिये तथा

b.      फेसबुक पेज https://www.facebook.com/Swaichhik-Duniya-322030988201974/?eid=ARALAGdf4Ly0x7K9jNSnbE9V9pG3YinAAPKXicP1m_Xg0e0a9AhFlZqcD-K0UYrLI0vPJT7tBuLXF3wE को फॉलो करे ताकि आपका प्रकाशित आलेख दिखाई दे सके

c.       आपसे यह भी निवेदन है कि भविष्य में आप वार्षिक सदस्यता ग्रहण करके हमें आर्थिक सम्बल प्रदान करे।

d.      कृपया अपना पूर्ण विवरण नाम पता फ़ोन नंबर सहित भेजे

e.      यदि आप हमारे सदस्य है तो कृपया सदस्यता संख्या अवश्य लिखे ताकि हम आपका लेख प्राथमिकता से प्रकाशित कर सके क्योकि समाचार पत्र में हम सदस्यों की रचनाये ही प्रकाशित करते है

2         आप अपना कोई भी लेख/ समाचार/ काव्य आदि पूरे विवरण (पूरा पता, संपर्क सूत्र) और एक पास पोर्ट साइज फोटो के साथ हमारी मेल आईडी swaikshikduniya@gmail.com पर भेजे और ध्यान दे कि लेख 500 शब्दों  से ज्यादा नहीं होना चाहिए अन्यथा मान्य नहीं होगा

3         साथ ही अपने जिले से आजीविका के रूप मे स्वैच्छिक दुनिया समाचार प्रतिनिधिब्यूरो चीफरिपोर्टर के तौर पर कार्य करने हेतु भी हमें 8299881379 पर संपर्क करें।

4         अपने वार्षिक सदस्यों को हम साधारण डाक से समाचार पत्र एक प्रति वर्ष भर भेजते रहेंगे,  परंतु डाक विभाग की लचर व्यवस्था की वजह से आप तक हार्डकॉपी हुचने की जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी। अतः जिस अंक में आपकी रचना प्रकाशित हुई है उसको कोरियर या रजिस्ट्री से प्राप्त करने के लिये आप रू 100/- का भुगतान करें