'दम तोड़ती मानवता के गाल पर तमाचा है'पुस्तक पैसा बोलता है।
पिछले दिनों मैं संगम नगरी प्रयागराज की साहित्यिक यात्रा पर था।प्रयागराज के सुप्रिसिद्ध कवियों,शायरों से मुलाकात हुई।इस दौरान देश के युवा कुशल व्यंग्यकार गंगा प्रसाद त्रिपाठी 'मासूम' द्वारा विरचित काव्य कृति 'पैसा बोलता है' प्राप्त हुई।काव्य संग्रह का सघन अध्ययन करने के पश्चात मैंने …