मानव ईर्ष्या कितनी ज़बरदस्त होती है
( स्वैच्छिक दुनिया ) कानपुर :- मानव ईर्ष्या कितनी ज़बरदस्त होती है, कि वह अपने की ही जीवन लीला समाप्त कर सकती है। कुछ इसी तरह की पीड़ा 109 गांधी ग्राम थाना चकेरी, कानपुर नगर निवासी श्रीमती मिथलेश सिंह पत्नी अजीत सिंह का पूरा परिवार झेल रहा है। श्रीमती मिथलेश ने वार्ता के दौरान बताया कि उनके छोटे बे…