जियो और जीने दो
जियो और जीने दो में ही,जीवन का सम्मान है। सेवा से जीवन की शोभा,मिलता नित यशगान है।। वक़्त कह रहा है हमसे, नैतिकता भी करे पुकार जागो भाई कुछ अब तो, करो न मानवता शर्मसार प्रेम,नेह,करुणा से ही तो,मानव बने महान है। सेवा से जीवन की शोभा,मिलता नित यशगान है।। दीन-दुखी के अश्रु पौंछकर, जो देता है सम्बल पेट…