पराई दीवारो में झांकना,आसां बहुत।
गुमान हो गर ,जमीर में झांक कर देख, मजलूम पर, जिन्दगी खाक कर देख। पराई दीवारो में झांकना,आसां बहुत, कभीअपनी गिरेंबा में झांक कर देख। चादरों में सुराख़ करना,आसां बहुत, अपनी फटी पैबन्द अपनी टांक कर देख। खुश है, नुक्स पर पराई मीनारों के, बारिश में ढहती दीवार ढांक कर देख, भ्रम है, तुझे,जिंदगी रंगीन है बह…