जिंदगी ने जब पहला इम्तिहान लिया,
जिंदगी ने जब पहला इम्तिहान लिया, तन्हाइयो ने तब से हमें पहचान लिया तंज कसता रहा जमाना मेरी बेज़ारी पर, उसी पल मैंने आनेवाले कल को जान लिया । तन की फकीरी रास आ गयी अब, ह महलो से अपने को अंजान कर लिया। कभी हँसते है, मुस्कुराते है हालात पर, तक़दीर ने हमें बेजान कर दिया। चलो फाकामस्ती में ईद और,दीवाली मन…