भव राम की
राम का जीवन, राम सी काया, राम सखा हो, राम सी माया। श्वास राम हो, आस राम हो, भास राम हो, उल्लास हो राम। जीवन के हर कण में, चंचल मन के अंतिम प्रहर में राम का नाम , राम सा काम। हर युग के रावण को, करेंगे नष्ट , बस राम ही राम। सुंदर,मनहर अंतर्मन में, विचरण करें सबरी के राम। राम, राम थे, राम रहेंगे, चा…