क्यूँ पढ़े लिखे लोग भी तथाकथित बाबाओं के बहकावे में आ जाते है? क्यूँ ये नहीं सोचते की नियति ने जो लिखा होगा आपके भाग्य में वो होकर रहेगा। ज़िंदगी परेशानी और तकलीफ़ों का नाम है। तकलीफ़ से घबरा कर ज्योतिष और बाबाओं के शरण में जाकर झूठे विधि विधान में पड़कर ऐसे पाखंडियों को बढ़ावा देते हो जिनको खुद अपने भविष्य का पता नहीं होता। ऐसे लोगों के लिए धर्मं के नाम पर डराकर धर्म को बेचना बहुत ही आसान काम होता है। इंसान चाहे कितनी भी तरक्की कर ले, मानसिक तौर पर हंमेशा एक डर से घिरा होता है। ज़िंदगी हादसों का सफ़र है?ज़रा सी तकलीफ़ आई नहीं कि इंसान घबरा जाता है। और इसी डर का फ़ायदा उठाते धर्म की दुकान खोलकर जो बैठे होते है उनका काम बन जाता है।
a. सर्वप्रथम हमारे यूट्यूब
b. फेसबुक पेज https://www.facebook.com/
c. आपसे यह भी निवेदन है कि भविष्य में आप वार्षिक सदस्यता ग्रहण करके हमें आर्थिक सम्बल प्रदान करे।
d. कृपया अपना पूर्ण विवरण
e. यदि आप हमारे सदस्य है
2 आप अपना कोई भी लेख/ समाचार/ काव्य आदि पूरे विवरण (पूरा पता, संपर्क सूत्र) और एक पास पोर्ट साइज फोटो के साथ हमारी मेल आईडी swaikshikduniya@gmail.com
3 साथ ही अपने जिले से आजीविका के रूप मे स्वैच्छिक दुनिया समाचार प्रतिनिधि, ब्यूरो चीफ, रिपोर्टर के तौर पर कार्य करने हेतु भी हमें 8299881379 पर संपर्क करें।
4 अपने वार्षिक सदस्यों को हम साधारण डाक से समाचार पत्र एक प्र