दिलों में दीवार अच्छी नहीं होती।।
फरेबी किसका सगा हुआ आज तक,
उसकी कोई ललकार सच्ची नहीं होती।
सादा, सच्चे,मासूम है जो लोग।
उनसे तकरार अच्छी नहीं होती।।
एक बार रूठे को सलीके से मनाइये,
मासूम दिलों में दरार अच्छी नहीं होती।।
राम ने भी रावण का वध किया,
हर नर पर टपकती लार अच्छी नहीं होती.
पंख लागकर उड़ने दो उन्हें आकाश में,
नसीहत की बौछार अच्छी नही होती,
घनघोर बारिश हो रही, शहर में अब,
महफूज घर की दीवार कच्ची नही
a. सर्वप्रथम हमारे यूट्यूब
b. फेसबुक पेज https://www.facebook.com/
c. आपसे यह भी निवेदन है कि भविष्य में आप वार्षिक सदस्यता ग्रहण करके हमें आर्थिक सम्बल प्रदान करे।
d. कृपया अपना पूर्ण विवरण
e. यदि आप हमारे सदस्य है
2 आप अपना कोई भी लेख/ समाचार/ काव्य आदि पूरे विवरण (पूरा पता, संपर्क सूत्र) और एक पास पोर्ट साइज फोटो के साथ हमारी मेल आईडी swaikshikduniya@gmail.com
3 साथ ही अपने जिले से आजीविका के रूप मे स्वैच्छिक दुनिया समाचार प्रतिनिधि, ब्यूरो चीफ, रिपोर्टर के तौर पर कार्य करने हेतु भी हमें 8299881379 पर संपर्क करें।
4 अपने वार्षिक सदस्यों को हम साधारण डाक से समाचार पत्र एक प्र