सोच समझ के जन प्रतिनिधि चुनअ
गाड़ी वाले को पशुशाला बनल पशु पालक को मुर्गा दा..अ..रू। बताव बताव गुरु जी कइसे बचूं घर में पुछइत हे बेटी मेहरारू। पढल लिखल के बात मानअ बुद्धिजीवी लोग के साथ चलअ। सोच समझ के प्रतिनिधि चुनअ तोहर बदलत तब जरूर तकदीर। जे होय गेल गलती सुधार करअ अबकी पंचायत के उधार करअ। शिक्षा,संस्कार,विकास के साथ र…