मेरा दिल उसका गाँव...

 कई दिनों की उमस के बाद, आज मौसम ने करवट बदली है...

सुबह जब आज फिर से देखा, तो पता नही क्यों वो, बदली- बदली सी  हो गयी...

बिजली सी कौंध जाती है, मेरे अंतर्मन में..
क्या फिर से वही फूल खिलेंगे मेरे चमन में...

मेरा जीवन भी धूप और छांव हो गया..
मेरा दिल मेरा न रहा, अब उसका गाँव हो गया..

ये मौसम का जादू है या उसकी खुमारी चढ़ गयी...
यारों अब तो उसके चक्कर में शर्म हया सब उड़ गयी...

पता नहीं लग गई किसकी नज़र, सब खंडहर सा हो गया..
गाँव तो गाँव सारा शहर पराया हो गया..

आज फिर सपनें मे, उनसे दुबारा मिलन हो गया...
अगले दिन सूरज ऐसा चमका, मेरे मन को दमका गया..

कल फिर बारिश में भीगा जो , यादें सारी धुल गयी...
लगता है मेरे जीवन में, शर्म हया फिर से जुड़ गयी...













        सत्येन्द्र दिवाकर 
       कानपुर नगर

1         यदि     आप स्वैच्छिक दुनिया में अपना लेख प्रकाशित करवाना चाहते है तो कृपया आवश्यक रूप से निम्नवत सहयोग करे :

a.    सर्वप्रथम हमारे यूट्यूब चैनल Swaikshik Duniya को subscribe करके आप Screen Short  भेज दीजिये तथा

b.      फेसबुक पेज https://www.facebook.com/Swaichhik-Duniya-322030988201974/?eid=ARALAGdf4Ly0x7K9jNSnbE9V9pG3YinAAPKXicP1m_Xg0e0a9AhFlZqcD-K0UYrLI0vPJT7tBuLXF3wE को फॉलो करे ताकि आपका प्रकाशित आलेख दिखाई दे सके

c.       आपसे यह भी निवेदन है कि भविष्य में आप वार्षिक सदस्यता ग्रहण करके हमें आर्थिक सम्बल प्रदान करे।

d.      कृपया अपना पूर्ण विवरण नाम पता फ़ोन नंबर सहित भेजे

e.      यदि आप हमारे सदस्य है तो कृपया सदस्यता संख्या अवश्य लिखे ताकि हम आपका लेख प्राथमिकता से प्रकाशित कर सके क्योकि समाचार पत्र में हम सदस्यों की रचनाये ही प्रकाशित करते है

2         आप अपना कोई भी लेख/ समाचार/ काव्य आदि पूरे विवरण (पूरा पता, संपर्क सूत्र) और एक पास पोर्ट साइज फोटो के साथ हमारी मेल आईडी swaikshikduniya@gmail.com पर भेजे और ध्यान दे कि लेख 500 शब्दों  से ज्यादा नहीं होना चाहिए अन्यथा मान्य नहीं होगा

3         साथ ही अपने जिले से आजीविका के रूप मे स्वैच्छिक दुनिया समाचार प्रतिनिधिब्यूरो चीफरिपोर्टर के तौर पर कार्य करने हेतु भी हमें 8299881379 पर संपर्क करें।

4         अपने वार्षिक सदस्यों को हम साधारण डाक से समाचार पत्र एक प्रति वर्ष भर भेजते रहेंगे,  परंतु डाक विभाग की लचर व्यवस्था की वजह से आप तक हार्डकॉपी हुचने की जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी। अतः जिस अंक में आपकी रचना प्रकाशित हुई है उसको कोरियर या रजिस्ट्री से प्राप्त करने के लिये आप रू 100/- का भुगतान करें