मेरा दिल उसका गाँव...
कई दिनों की उमस के बाद, आज मौसम ने करवट बदली है... सुबह जब आज फिर से देखा, तो पता नही क्यों वो, बदली- बदली सी  हो गयी... बिजली सी कौंध जाती है, मेरे अंतर्मन में.. क्या फिर से वही फूल खिलेंगे मेरे चमन में... मेरा जीवन भी धूप और छांव हो गया.. मेरा दिल मेरा न रहा, अब उसका गाँव हो गया.. ये मौसम का जा…
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ग़ज़ल
कहता  यूंँ हूँ   ख़ास बड़ा  है। दिल  के   मेरे   पास  बड़ा  है। जुमलों  को  भी सच  माने वो, सत्ता  का  जो   दास बड़ा  है। आता उसको खास नहीं कुछ, लेकिन  फिर भी बास बड़ा है। होता  ही  है   कुछ  तो   यारो, होता   जब  आभास  बड़ा  है। बारिश  से क्यूँ  डरता  फिर वो, जल में  जिसका  वास बड़ा है।         ह…
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फ़िज़ा में चमकता सितारा न देखा
फ़िज़ा में चमकता सितारा न देखा कभी  दर्द  उसने   हमारा  न  देखा सभी  काटते  है यहाँ पे शज़र को तभी अब बशर में किनारा न देखा तेरा क्यों बुराई से होगा भला अब भलाई  से  हमने  गुज़ारा  न देखा गुमाँ भाईचारे  का सबको यहाँ था यूं  पहले  सरीखा  नज़ारा  न देखा रिहा आँखों से जबसे हमने किया तो गया  छोड़कर  अब  दुबा…
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वर्षा आई धरती मुस्काई
झमझम करती बारिश आई  मुरझाई फसलों में जान आई । धीरे से  बरसे  बादल  घनघोर  कल-कल  करती नदियां आई ।। मन पुरवाई सजन घर आई  मेंढ़क टर्र-टर्र कर नाचे भाई।  कोयल कूं - कूं कर दे रही ये  संदेश वर्षा से धरती मुस्काई ।। मौसम ने ली देखो अंगडाई  सबके चेहरे पर रौनक आई ।  खेतों में चहुंओर है हरियाली  तितलियां उ…
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