मेरा दिल उसका गाँव...
कई दिनों की उमस के बाद, आज मौसम ने करवट बदली है... सुबह जब आज फिर से देखा, तो पता नही क्यों वो, बदली- बदली सी हो गयी... बिजली सी कौंध जाती है, मेरे अंतर्मन में.. क्या फिर से वही फूल खिलेंगे मेरे चमन में... मेरा जीवन भी धूप और छांव हो गया.. मेरा दिल मेरा न रहा, अब उसका गाँव हो गया.. ये मौसम का जा…