एक कहानी- रक्तबीज कोरोना महामारी 
आओ सुनाऊं ........

तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की ,

कोई देश बच ना सका ,

उस रक्तबीज कोरोना की ऐसी मार थी।

 

आओ सुनाऊं ......तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की ,

 

छूने से ही फैल गया ,

एक देश से दूसरे देश गया ।

लाखों को ही मार गया।

 भय का कर ,ऐसा संचार किया।

 

 जीवन पर ऐसा वार किया।

 उस रक्तबीज कोरोना ने हर कहीं विनाश किया ।

 

अर्थव्यवस्था पर घात किया ।

धर्म भी ना बच सका इससे, इंसानियत पर ऐसा आघात किया।

 

 आओ सुनाऊं .......... तुम्हें कहानी ,

ऐसे महाविनाश की ,कोई देश बच ना सका। 

उस रक्तबीज  कोरोना की ऐसी मार थी ।

 

लोगों को घर में बंद किया ।

गरीबों को बेघर किया ।

खड़ी फसल सड़ गई खेतों में,

 मेहनत को बेरंग किया ।

 

आओ सुनाऊं..... तुम्हें कहानी ।

ऐसे महाविनाश की,

कोई देश बच ना सका ।

उस रक्तबीज कोरोना की ऐसी मार थी।

 

 एकजुट  होकर विश्व खड़ा था।

 रक्तबीज कोरोना हर कोई लड़ा था।

 


                    प्रीति शर्मा असीम



  • किसी भी प्रकार की खबर/रचनाये हमे व्हाट्सप नं0 9335332333 या swaikshikduniya@gmail.com पर सॉफ्टमोड पर भेजें

  • स्वैच्छिक दुनिया समाचार पत्र की प्रति डाक से प्राप्त करने के लिए वार्षिक सदस्यता (शुल्क रु 500/- ) लेकर हमारा सहयोग करें

  • साथ ही अपने जिले से आजीविका के रूप मे स्वैच्छिक दुनिया समाचार प्रतिनिधिब्यूरो चीफरिपोर्टर के तौर पर कार्य करने हेतु भी हमें 8299881379 पर संपर्क करें।

  • कृपया यह ध्यान दे की कोई भी लेख/ समाचार/ काव्य आदि 500 शब्दों से ज्यादा नहीं होना चाहिए अन्यथा मान्य नहीं होगा

  • कृपया अपनी रचना के साथ अपना पूरा विवरण (पूरा पता, संपर्क सूत्र) और एक पास पोर्ट साइज फोटो अवश्य भेजें।