चार धूर्त विद्वान् भाई
विद्वान् और वह भी धूर्त हो तो समझलो वे अपनी चालाकी से किसी को भी ठग सकते हैं। चार सहोदर भाई कुछ पढ़े-लिखे थे। उनमें धूर्तता कूट-कूट कर भरी थी। इन चारों ने विद्वान् का लवादा ओढ़ रखा था। एक बार उन्होंने एक ब्राह्मण को ठगने की योजना बनाई। त्रिपुण्ड लगाये, यज्ञोपवीत धारण किये हुए एक ब्राह्मण पूजा-पाठ…