‘सतत् सावधानी ही सुरक्षा है’
सतत् सावधानी ही सुरक्षा है। असावधानी और लापरवाही असफलता का कारण है। चाहे कोई भी कार्य करो, उसमें सावधानी आवश्यक है। असावधानी में मछली काँटे में फंस जाती है, असावधान साँप मारा जाता है, असावधान हिरण शेर के मुख में चला जाता है और स्वयं व दूसरां को हानि पहुँचाता है। चलने में असावधान रहे तो ठोकर खानी पड़…