संकट के इस विकट समय में
संकट के इस विकट समय में स्वार्थी मन के दान समर में मानवता के छदम वेश को संकट के इस प्रबल समय मे स्वार्थ सिद्धि की अभिलाषा को हम सबने देखा है।। कपटी मन के गलियारों में समय चक्र के मंसूबो में स्वार्थ भावना सेवा के बहते मन के आँसू को हम सबने देखा है।। अंतरात्मा के हृदय पटल में दानी कहलवाने की चाहत मे…